मेरे चाँद के दीवानें बहुत हैं,
उनकी अदाओं के अफ़साने बहुत हैं,
सोचते हैं की चाहना छोड़ दें उन्हें,
पर उन्हें प्यार करने के बहाने बहुत हैं;
चाहत है इस क़दर की अपना अक्स मेरी आँखों में देख लें,
पर उनके शहर में आइनें बहुत हैं;
उन्हें सोच कर दिल रोशनी से भर जाता है,
पर उनके लिए शामियानें बहुत हैं;
वक़्त-बेवक्त परेशां करना, फितरत है उनकी,
उन्हें नहीं पता, हमारे सब्र के पैमानें बहुत हैं;
टटोलते हैं दिल इस तरह, तीर सी निगाहों से,
इश्क के इम्तिहाँ हम पर, आजमाने बहुत हैं;
खुलकर कभी कह नहीं पायेंगे, दिल की बात,
हमारे मेहेरबां ज़नाने बहुत हैं;
आ जायें, कभी वो हमारे आग़ोश में,
"परिंदे" के दिल में आशियाने बहुत हैं..........
उनकी अदाओं के अफ़साने बहुत हैं,
सोचते हैं की चाहना छोड़ दें उन्हें,
पर उन्हें प्यार करने के बहाने बहुत हैं;
चाहत है इस क़दर की अपना अक्स मेरी आँखों में देख लें,
पर उनके शहर में आइनें बहुत हैं;
उन्हें सोच कर दिल रोशनी से भर जाता है,
पर उनके लिए शामियानें बहुत हैं;
वक़्त-बेवक्त परेशां करना, फितरत है उनकी,
उन्हें नहीं पता, हमारे सब्र के पैमानें बहुत हैं;
टटोलते हैं दिल इस तरह, तीर सी निगाहों से,
इश्क के इम्तिहाँ हम पर, आजमाने बहुत हैं;
खुलकर कभी कह नहीं पायेंगे, दिल की बात,
हमारे मेहेरबां ज़नाने बहुत हैं;
आ जायें, कभी वो हमारे आग़ोश में,
"परिंदे" के दिल में आशियाने बहुत हैं..........
amazing dude u r so creative ......wonderful
ReplyDeleteawesome bhai ....
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